पटना। Seemanchal Express News: दीघा थाना क्षेत्र के बाटागंज की हथुआ कालोनी स्थित टिनी टाट अकादमी नामक सीबीएसई संबद्ध स्कूल के गटर से शुक्रवार तड़के तीन बजे चार वर्षीय आयुष का शव बरामद किया है। आयुष इसी स्कूल में पढ़ता था। सबसे हैरान करने वाली बात यह रही कि जिंदा छात्र को ही संचालक ने गटर में डाल दिया। इसके पीछे की वजह भी सामने आ गई।
• बच्चे को जिंदा डाल दिया गटर में
पूछताछ में आरोपितों ने बताया कि खेलने के क्रम में आयुष के सिर में चोट लग गई थी। जब इसकी जानकारी मां-बेटे को हुई तो उन्होंने अस्पताल पहुंचाने के बजाय क्लासरूम में बैठा दिया। रक्तस्राव से आयुष अचेत हो गया। आरोपितों ने उसे मृत मान कर गटर (सेप्टिक टैंक) में डाल दिया। गटर के ढक्कन और आसपास खून पसर गया था, जिसे वीणा झा ने स्वयं अपने हाथों से साफ किया था।
पोस्टमार्टम सूत्रों की मानें तो आयुष के फेफड़ों और पेट में गटर का गंदा पानी मिला है। श्वास नली में भी पानी भरा था। इससे अंदेशा है कि गटर में डाले जाने के समय आयुष की सांसें चल रही थीं। हालांकि, अब तक अधिकारिक पोस्टमार्टम रिपोर्ट नहीं आई है।
• आक्रोशित लोगों ने स्कूल में की तोड़फोड़
इससे आक्रोशित लोगों ने स्कूल में तोड़फोड़ करने के साथ इसे आग के हवाले कर दिया। साथ ही बाटागंज, दीघा-आशियाना मोड़ और पालसन मोड़ पर आगजनी कर वाहनों का आवागमन रोक दिया। सूचना पर पहुंची पुलिस ने लोगों को समझाने के बाद गुस्सा शांत कराया। साथ ही लगभग नौ बजे शव को पोस्टमार्टम के लिए पीएमसीएच भेज दिया। इधर, स्कूल में लगी आग पर काबू पाने के लिए बाइक, मिस्ट मिला कर दमकल के चार वाहन पहुंचे थे। प्लाईवुड और लकड़ी के फर्नीचर की वजह से आग धधक उठी।
हालांकि, दमकल की टीम ने आग को फैलने से रोक लिया। वहीं, दूसरी ओर बालक की मौत के बाद घर में कोहराम मच गया। उसकी मां की तबीयत बिगड़ गई है। सिटी एसपी चंद्र प्रकाश ने बताया कि स्कूल संचालक धनंजय झा (21) और उसकी मां सह प्राचार्या वीणा झा उर्फ पुतुल झा (45) को गिरफ्तार किया गया है। वे मूलरूप से मधुबनी जिले के पंडौल थानांतर्गत शाहपुर श्रीपुरहाटी के रहने वाले हैं। यहां दानापुर की मिथिला कालोनी में रहते थे।
• आग लगाने वालों पर भी प्राथमिकी
शव मिलने से आक्रोशित लोगों ने स्कूल में घुसकर तोड़फोड़ की थी। बाहर खड़े एक स्कूल वाहन को भी क्षतिग्रस्त कर दिया था। इसके बाद लोगों ने स्कूल में आग लगा दी थी। स्कूल के पास ही मोबिल का डिपो था, जिस तक चिंगारी भी पहुंच जाती तो बड़ा हादसा हो सकता था। दमकल कर्मियों ने मौके पर तुरंत पहुंच कर रेस्क्यू आपरेशन शुरू कर दिया, जिससे आगे फैल नहीं सकी। हालांकि, स्कूल की सारी संपत्ति जल कर राख हो गई। सिटी एसपी ने बताया कि स्कूल में आग लगाने की बाबत एक और प्राथमिकी की गई है।