प्रदेश कांग्रेस कार्यालय में आयोजित दलित नेताओं की बैठक में कांग्रेस नेतृत्व से अपील की कि वे दलित पिछडे वर्ग के लोगों के अधिकारो पारम्परिक तौर रक्षा करे और केन्द्र तथा दिल्ली सरकार की दलित विरोधी नीति के खिलाफ दलितों की आवाज उठाऐ



Seemanchal Express Bureau New Delhi 

J.k KUSHWAHA 

नई दिल्ली, 4 सितम्बर, 2021 -  दलित समाज के प्रमूख बु़द्धीजीवियों की एक आवश्यक बैठक का आयोजन प्रदेश अ़ध्यक्ष चौ0 अनिल कुमार एंव सिनियर कांग्रेस नेताओं की सहमती से प्रदेश कांग्रेस कार्यालय राजीव भवन में प्रदेश कांग्रेस उपाध्यक्ष व पूर्व विधायक श्री जय किशन के संयोजन में सम्पन्न हुई। बैठक में केन्द्र की मोदी सरकार और दिल्ली की केजरीवाल सरकार द्वारा दलित और पिछड़े वर्ग के लोगों के प्रति असंवेदनशीलता और पूरी तरह अनदेखी पर रोष प्रकट किया गया। राजधानी में प्रतिदिन हो रहे मासूम बेटियां के साथ हो बलात्कार और यौन उत्पीड़न की घटनाऐं मोदी-केजरीवाल के शासन में बढ़ी है इससे पहले किसी शासन काल में नही हुई। श्री जय किशन ने कहा कि आजादी के बाद कांग्रेस की सरकार ने दलित/पिछड़ी जाति के लोगों को बाबा साहेब डा0 अम्बेडकर की देख रेख में आरक्षण सहित उनके जीवन को उबारने के अनेकों अधिकार देने के साथ-साथ दलितो को सरकारी नौकरियों में भागीदारी भी दी गई। उन्होंने कहा कि कांग्रेस द्वारा दलितों के उत्थान के लिए किए गए प्रयासों का ही नतीजा रहा कि देश में उच्च स्तर के पदों मुख्य न्यायधीश व राष्टपति जैसे पदों पर दलित वर्ग के लोग आसीन हुए। इन्दिरा गॉधी, बाबा साहेब, राजीव गॉधी ने दलितो को जो ताकत दी थी, मौजूदा मोदी और केजरावाल सरकार ने दलितों के हनन और उनके अधिकारों को खोखला करने के लिए जिम्मेदार है। बैटक में दलितो पर हो रहे अत्याचार पर प्रमुख नेताओं ने मोदी/केजरीवाल सरकार की नियत और नीति पर सवाल उठाये और आरोप लगाया कि भाजपा शासित मोदी सरकार दलित विरोधी है और पिछले 7 वर्षों में दलितों के अधिकारों छीना गया है तथा देश तथा दिल्ली में दलित महिलाओं/बच्चियों  पर यौन अत्याचार बढ़े है। सभी ने एक स्वर में कहा कि कोविड महामारी में कोई सकारात्मक हल निकालने की बजाय मोदी के थाली बजवाकर और मोमबत्ती जलवाकर, अच्छे दिन लाने की बात कहकर, काला धन वापिस लाने जैसे वायदे जुमले साबित हुए। कोविड महामारी के प्रचंड में प्रधानमंत्री मोदी ने देश की जनता को बदहाल छोड़ आर एस एस, भाजपा नेताओं तथा अडानी व अंबानी जैसे पूंजीपतियों को फायदा पहुचाने के लिए देश को खोखला करने का काम कर रहें है। वहीं केजरीवाल बलात्कारियों, आम आदमी पार्टी के नेताओं को संरक्षण देकर दलितो के अधिकारों का हनन कर रहे है। दोनो सरकारों के शासन काल में लूटपाट, महंगाई व भ्रष्टाचार अपने चरम पर है और दलित, गरीब, मजदूर, निम्न वर्ग और मजबूर लोगों की भलाई के लिए कोई नीति नही बनाई जा रही।श्री जय किशन ने कहा कि आम आदमी पार्टी बलात्कारियों और महिलाओं पर अत्याचार करने वाले नेताओं का संरक्षण करने काम कर रही है तथा इसके मंत्री और विधायक पूर्व मंत्री संदीप कुमार, विधायक मुकेश अहलावत, शरद चौहान, दिनेश मोहनिया, सोमनाथ भारती, प्रकाश जारवाल, अमानातुल्लहा खान, विशेष रवि, जितेन्द्र तौमर पर अपराधिक मामले चल रहे है। उन्होंने कहा कि भाजपा के भी कई नेता अपराधिक मामलों में संलिप्त है तथा आप पार्टी और भाजपा के नेता एक ही थाली के चट्टे-बट्टे है। उन्होने इन दोनो पार्टियां के दलित नेताओं से कहा कि वे नैतिकता के आधार पर अपने पद से त्याग पत्र दें। बैठक में मौजूद सभी दलित नेताओं ने फैसला लिया और कांग्रेस नेतृत्व से अपील की कि वे दलित पिछडे वर्ग के लोगां के अधिकारो पारम्परिक तौर रक्षा करे और दलितां के हितों के आंदोलनो में शामिल हो। उन्होंने कहा कि कांग्रेस नेतृत्व से अपील करते है कि हमारी आवाज़ बनकर केन्द्र की भाजपा व दिल्ली की अरविन्द सरकारों की दलित विरोधी नीतियों के खिलाफ आवाज उठाऐ। दलित नेताओं ने आगामी दिनो में महापंचायत करके दलित चुनौती के रूप में इन सरकारों के खिलाफ मैदान में उतरने कि घोषणा की। दलित नेताओं में मीर सिंह, दर्शना जाटव, राजेन्द्र भजनी, नरेश तिहाल, राजेन्द्र मेवाती राम कुमार बिड़लान, दीपक तिहाल, ननवा राम, नन्द किशोर और मोहन लाल मुख्य रुप से मौजूद थे

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