बाल कलाकार रवि कुमार का चमत्कार, अशोक कुमार
पटना। यह छात्र अपने कला को प्रदर्शित करते दिख रहे हैं। नाम है रवि कुमार जो गरीब परिवार के आँखों के तारे के समान हैं।यह अखिल भारतीय ज्ञान निकेतन के छात्र हैं। बचपन गरीबी में बीता। माँ किसी तरह भरण पोषण कर विद्यालय के प्राचार्य से निवेदन कर आधे फी देकर पढ़ा रही हैं। प्राचार्य इसके कला कौशल देखकर इसके पढ़ाई को आगे बढ़ा रहे हैं ताकि आगे चलकर यह छात्र रवि कुमार विद्यालय का नाम रौशन कर सके। गुदङी का लाल जैसे मुहावरे ऐसे ही छात्र के लिए उपयुक्त सिद्ध होता है। निश्चय ही यह छात्र अपना नाम रौशन कला के क्षेत्र में करेगा। जरूरत है इसे प्रोत्साहित करने का जो श्री अशोक कुमार प्राचार्य कर रहे हैं। इसके आगे बढ़ाने में उनका महिती भूमिका है। मां गीता देवी, चाचा चंदन कुमार का यह वारिश निश्चित रूप से घर,समाज, परिवार का नाम रौशन करेगा।इस छात्र में मूर्ति बनाने की कला कूट-कूट कर भरा पड़ा है जरूरत है इसे उभरने का जो धीरे-धीरे गति ले रहा है।