दरभंगा: 26 सितम्बर 2024
नवजागरण काल के महान मनीषी, मानवतावादी विचारक, धर्मनिरपेक्ष व वैज्ञानिक शिक्षा लागू करने के पक्षधर ईश्वरचंद्र विद्यासागर की 204वीं जयंती के अवसर पर AIDSO कार्यालय
, मुफ्ती मिलान चौक, दरभंगा में ईश्वरचंद्र विद्यासागर के विचारों की प्रासंगिकता विषय पर एक परिचर्चा आयोजित किया गया।
, मुफ्ती मिलान चौक, दरभंगा में ईश्वरचंद्र विद्यासागर के विचारों की प्रासंगिकता विषय पर एक परिचर्चा आयोजित किया गया।
परिचर्चा को संबोधित करते हुए एआईडीएसओ के बिहार राज्य सचिव विजय कुमार ने कहा कि आज से करीब 200 वर्ष पहले महान मानवतावादी ईश्वर चंद्र विद्यासागर ने जिस धर्मनिरपेक्ष वैज्ञानिक शिक्षा के जीवन भर संघर्ष करते रहें। देश की सभी दलों की सरकारों ने उनके सपनों की शिक्षा व्यवस्था को लागू करना तो दूर की बात उसे दिन प्रतिदिन कमजोर ही किया है। वर्तमान में केंद्र सरकार द्वारा लाई गई नई शिक्षा नीति 2020 धर्मनिरपेक्ष व वैज्ञानिक शिक्षा को पूरी तरह से समाप्त करने का ब्लू प्रिंट है। जिससे तार्किक व वैज्ञानिक सोच एवं इंसानियत के निर्माण में बाधा पैदा होगी और समाज में धार्मिक अंधता, कुसंस्कार एवं अवैज्ञानिक सोच बढ़ावा मिलेगा। उन्होंने उपस्थित छात्राें से ईश्वरचंद्र विद्यासागर सहित नवजागरण के तमाम मनीषियों के जीवन संघर्ष से सीख लेकर एक बेहतर समाज बनाने के लिए आगे आने की अपील की।
परिचर्चा में एआईडीएसओ के पूर्व जिलाध्यक्ष मुजाहिद आजम ने कहा कि सरकारी स्कूल, कॉलेज एवं विश्वविद्यालयों में लगातर फीस वृद्धि की जा रही है वहीं संसाधनों के अभाव के कारण पठन पाठन का माहौल ठप है। नई शिक्षा नीति 2020 इन समस्याओं को और भी विकराल बना रही है। जिससे आम छात्र शिक्षा से वंचित हो रहे हैं।
परिचर्चा में रौशन कुमार, दीपक कुमार शर्मा, अजय कुमार, रुपेश कुमार, सुनील कुमार, मनीष कुमार एवं सुरज कुमार आदि ने भी अपने विचार रखें।