Ø भाजपा तथा आम आदमी पार्टी को राजेन्द्र नगर उपचुनाव में जलसंकट व बदबूदार पानी के लिए जनता सबक सिखाएगी- कॉंग्रेस प्रत्याशी प्रेमलता
Ø काँग्रेस द्वारा प्रस्तावित योजनाओं को अब तक पूरा नहीं किया गया, केजरीवाल सरकार के पास राजेन्द्र नगर जल संकट को खत्म करने को लेकर कोई योजना नहीं- कॉंग्रेस प्रत्याशी प्रेमलता
Ø हरियाणा से इंसानियत के नाते ज्यादा पानी छोड़ने की जगह केजरीवाल रेणुका और किशाऊ बाध परियोजनाओं को लेकर हिमाचल तथा उत्तराखंड सरकारों के साथ तालमेल बना पानी की उपलब्धता बढ़ाने पर काम करें। - चौधरी अनिल कुमार
नई दिल्ली 12 जून 2022- राजेन्द्र नगर उपचुनाव में कॉंग्रेस प्रत्याशी श्रीमति प्रेमलता ने अपने जनसम्पर्क कार्यक्रम के तहत सुबह सवेरे पार्कों में जनसम्पर्क, इंद्रपुरी जेजे कॉलोनी में पदयात्रा, नारायणा गाँव में आरडब्ल्यूए के साथ मीटिंग किया, इस दौरान दिल्ली सरकार में मंत्री रह चुके श्री रामाकांत गोस्वामी सहित, स्थानीय ब्लॉक अध्यक्ष तथा तमाम काँग्रेस नेता व कार्यकर्ता मौजूद रहे। राजेन्द्र नगर में चुनाव के दौरान भी टोडापुर गाँव, इंद्रपुरी जेजे कॉलोनी सहित तमाम क्षेत्रों में भारी जल संकट को लेकर उन्होने केजरीवाल तथा भाजपा सरकार को आड़े हाथो लिया। उन्होने कहा कि जनसम्पर्क के दौरान एक तरफ जहाँ पानी की समस्या से परेशान जनता अपना दुखरा सुना रहे; वहीं दूसरी तरफ गंदे पानी से होने वाली बीमारी से त्रस्त परेशान जनता मिल रही है। उन्होने कहा कि भाजपा तथा आम आदमी पार्टी को राजेन्द्र नगर उपचुनाव में जलसंकट व बदबूदार पानी के लिए जनता सबक सिखाएगी
श्रीमति प्रेमलता ने कहा कि राजेन्द्र नगर कि स्थानीय जनता ने पिछले दो चुनाव में यह सोचकर आम आदमी पार्टी को वोट किया था कि दिल्ली में जिस पार्टी कि सरकार है अगर उनके ही पार्टी के क्षेत्र के विधायक होंगे तो क्षेत्र का विकास होगा, लेकिन उन्हें धोखा मिला है। अतः इस चुनाव में क्षेत्र कि जनता नया प्रयोग करेगी। राजेन्द्र नगर की जनता उनके द्वारा पार्षद के तौर पर किए विकास के कार्यों को आज भी याद कर रही है। उन्होने कहा कि राजेन्द्र नगर में जल संकट तथा साफ नल का जल उपलब्ध करवाने के लिए काँग्रेस पार्टी ने जिन योजनाओं कि बिसात बिछाई थी उन प्रस्तावित कार्यों को आम आदमी तथा भाजपा ने मिलकर रोकने का काम किया, उनमें से गिने-चुने कुछ कार्य ही धारातल पर आ सके।
श्रीमति प्रेमलता ने कहा कि स्थानीय प्रत्याशी होने के कारण न केवल उन्हें क्षेत्र कि समस्या बखूबी पता है, बल्कि उनके निवारण कि योजना भी उनके पास है।
दिल्ली प्रदेश काँग्रेस अध्यक्ष चौधरी अनिल कुमार ने बयान जारी कर कहा कि दिल्ली भाजपा नेताओं ने आज हरियाणा प्रदेश के माननीय मुख्यमंत्री श्री मनोहर लाल खट्टर से मिलकर यह माना कि हरियाणा ने दिल्ली को पिछले सालों में मिलने वाले पानी में भी कटौती की है। उन्होने कहा कि केजरीवाल सरकार ने लागातार बढ़ती जनसंख्या को देखते हुए दिल्ली में पानी की उपलब्धता बढ़ाने को लेकर कोई काम नहीं किया। दिल्ली में पानी का संकट इतना गहरा हो गया है कि इसके कारण आपसी विवाद में जानें जा रही है। केजरीवाल सरकार के दौरान जलसंकट गहराया। सरकार के आंकड़ों को देखें वर्ष 2015 में प्रति व्यक्ति रोजाना 50 गैलन पानी उपलब्ध थे, जो वर्ष 2021 में घटकर 45 गैलन रह गया है।
दिल्ली प्रदेश काँग्रेस अध्यक्ष चौधरी अनिल कुमार ने केजरीवाल के उस बयान पर भी अपनी आपत्ति जाहिर किया जिसमें उन्होंने हरियाणा से इंसानियत के नाते ज्यादा पानी छोड़ने की बात माननीय उपराज्यपाल से मिलने के बाद जारी बयान में कहा। उन्होने कहा कि इंसान दिल्ली में भी रहते है और हरियाणा प्रदेश में भी। मुख्यमंत्री केजरीवाल जी अगर पिछले 8 वर्षों में पानी की समस्या को लेकर काम करते तो जल संकट की स्थिति इतनी विकराल नहीं होती। रेणुका और किशाऊ बाँध परियोजनाओं को लेकर दिल्ली और हिमाचल तथा उत्तराखंड सरकारों के बीच आपसी तालमेल नहीं हो पाने की वजह से जल संकट है, मुख्यमंत्री केजरीवाल पानी की उपलब्धता बढ़ाने को इस दिशा में काम करें।