दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल अपने चुनावी घोषणा पत्र में दिल्लीवासियों से किए गए वादों को पूरा करने में विफल रहे-अनिल भारद्वाज

Repoted by, संजय कुमार चौधरी Edited by, जयचंद कुमार कुशवाहा




  दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद  केजरीवाल अपने चुनावी घोषणा पत्र में दिल्लीवासियों से किए गए वादों को पूरा करने में विफल रहे-अनिल भारद्वाज

 

  विधानसभा चुनाव वाले राज्यों में अरविंद केजरीवाल असत्य बोल रहे हैं और लोक लुभावन खोखले वादे कर लोगों को भ्रमित कर वोट मांग रहे हैं -अनिल भारद्वाज

 

• श्री अरविन्द केजरीवाल को अन्य राज्यों में किए गए वादों को पहले दिल्ली में लागू करना चाहिए-अनिल भारद्वाज


नई दिल्ली-12 फरवरी 2022-दिल्ली प्रदेश कांग्रेस कमेटी के मीडिया संचार विभाग के चेयरमैन एवं पूर्व विधायक श्री अनिल भारद्वाज ने आज प्रदेश कांग्रेस कार्यालय में संवाददाताओं को सम्बोधित करते हुऐ मीडिया के माध्यम से दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविन्द केजरीवाल द्वारा जारी 70 चुनावी घोषणाओं पर कई सवाल पूछे। उन्होंने मीडिया के माध्यम से अरविन्द केजरीवाल से सवाल किया कि पिछले 7 वर्षों से दिल्ली में आप पार्टी की सरकार है उनके द्वारा 70 चुनावी घोषणाओं में कितने वायदें उन्होंने पूरे किए और दिल्ली में जन लोकपाल बिल अभी तक क्यों लागू नहीं किया गया। उन्होंने कहा कि वें अन्य चुनाव वालें राज्यों में जाकर अपने चुनाव प्रचार में दिल्ली विकास मॉडल की जो झूठी तस्वीर दिखा रहे है और कहा रहे है कि हमने चुनावी घोषणा पत्र के वादों को पूरा किया है। उन्होंने कहा कि अरविन्द कजरीवाल ने अपने चुनावी घोषण पत्र में जारी वादों को पूरा नहीं किया । उन्होंने कहा कि दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविन्द केजरीवाल दिल्ली की जनता की तरह अन्य राज्यों के मतदाता को लोक-लुहावनी घोषणाएं करके भ्रमित करना चाहते है।
श्री अनिल भारजद्वाज ने कहा कि जब 2013 में अरविन्द केजरीवाल ने 49 दिन की सरकार गिराई थी तो इन्होंने दिल्ली की जनता से पूर्ण बहुमत मांगा था और कहा था कि अगर आप पार्टी की सरकार पूर्ण बहुत के साथ आती है तो दिल्ली में जन लोकपाल बिल लाया जाऐगा परन्तु आप पार्टी की सरकार को 7 साल हो चुके है दिल्ली की जनता ने आप पार्टी पर भरोसा जताते हुऐ 2015 व 2020 में दिल्ली का मुख्यमंत्री बनाया और आज तक जन लोकपाल बिल नहीं लाया गया क्योंकि अगर दिल्ली में जन लोकपाल बिल लागू हो जाता तो आप पार्टी के 24 विधायकों पर जो 87 केस चल रहे है वे उजागर हो जाते। उन्होंने कहा कि केजरीवाल केवल चुनावी घोषणाऐं करते है, वें अपने भ्रष्ट नेताओ को बचाने के लिए जनलोकपाल बिल नहीं लाना चाहते। श्री अनिल भारजद्वाज ने कहा कि जब दिल्ली में शीला दीक्षित की नेतृत्व वाली कांग्रेस पार्टी की सरकार थी उस समय अरविन्द केजरीवाल ने बिजली कम्पनियों का सी.ए.जी ऑडिट कराने का वादा किया था तथा तात्कालिन सरकार द्वारा दिल्ली की जनता को दी जा रही सब्सिडी को भ्रष्टाचार बताया था। उन्होंने कहा कि कांग्रेस पार्टी पर सी.ए.जी. ऑडिट न कराए जाने को लेकर कई झूठे सवाल दागे थे। अब उन्हीं बिजली कम्पनियों को बिना ऑडिट पैसा दे रहे है। उन्होंने कहा कि अब तो दिल्ली में उनकी सरकार है तो उन्होंने सी.ए.जी. ऑडिट क्यों नहीं कराया। उन्होंने कहा कि जब पूरा विश्व कोरोना महामारी से लड़ रहा था और लॉक डॉउन क चलते सभी कारोबार बन्द हो गए थे तो ऐसे में बिजली विभाग द्वारा फिक्स चार्च क्यों लगाया गया बन्द पड़ी दुकानों के बिल इतने ज्यादा क्यों आए? उन्होंने कहा कि अरविन्द केजरीवाल ने फिक्सड चार्ज, पीपीएसी, रेगुलेटरी सरचार्ज,इलेक्ट्रिसिटी टैक्स, पेंशन ट्रस्ट सरचार्ज इत्यादि जनता पर लगाकर लगभग 37,227 करोड़ की उगाही की। उन्होंने कहा कि कोरोना काल में दिल्ली के रोजगार पैदा करने वाले तथा आधरभूत ढांचा कहे जाने वाले व्यापारी व कामगारों से उगाही की। उन्होंने कहा कि दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविन्द केजरीवाल दिल्ली की सत्ता में आने से पहले अपने चुनावी घोषणा पत्र में सर्वप्रथम वें दिल्ली की यमुना नदी की सफाई के बारे में लिखते थे कि 2 से 3 वर्षों में वें यमुना नदी को इतना पवित्र कर देंगे कि वे पुरन्त उसमें डूबकी लगा सकते है। परन्तु आज आप पार्टी को दिल्ली की सत्ता में आए 7 वर्ष से भी अधिक समय बीत चुका है परन्तु आज तक यमुना नदी की कोई सफाई नहीं कराई गई है। नदी का 70 प्रतिशत जल अभी भी प्रदूषित है। उन्होंने कहा कि जब छठ महोत्सव आता है तो पूर्वांचलवासियों को अपनी पूजा अराधना करने के लिए भी नदी का स्वच्छ जल उपलब्ध नहीं हो पाता है। उन्होंने कहा कि अरविन्द केजरीवाल ने अपने 2013 के चुनावी घोषण पत्र में दिल्ली में 500 नए स्कूल व 20 नए कॉलेज खोलने वायदा किया था वह भी उन्होंने पूरा नहीं किया। आर.टी.आई. से मिली जानकारी के अनुसार दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविन्द ने पूरी दिल्ली में केवल एक ही स्कूल खोला है और कॉलेज तो एक भी नहीं खोला है। उन्होंने कहा कि पूरी दिल्ली में विद्यार्थी कांग्रेस द्वारा स्थापित स्कूलों एवं कॉलेजों में अपनी शिक्षा ग्रहण कर रहे है। उन्होंने कहा कि दिल्ली के स्कूलों व कॉलेजों में 900 प्रधानाचार्य, उपप्रधानाचार्य एवं शिक्षकों के पद खाली पड़े है जिनके लिए अभी तक कोई भर्ती नहीं निकाली गई है। उन्होंने कहा शिक्षकों के बगैर अरविन्द केजरीवाल कैसे दिल्ली के सरकारी स्कूलों की शिक्षा को श्रेष्ठ बता सकते है। उन्होंने कहा कि केजरीवाल के इसी गैरजिम्मेदाराना रवैय के कारण ही हर वर्ष लाखों विद्यार्थी सरकारी स्कूलों को छोड़कर निजी स्कूलों की ओर पलायन कर जाते है। श्री अनिल भारजद्वाज ने कहा कि आज दिल्ली के मुख्यमंत्री दिल्ली में 8 लाख सभी को रोजगार देने पक्का वादा करते है, वें दावा करते है कि उनकी आप पार्टी ने सभी बेराजगारों को रोजगार दिया है , जबकि आर.टी.आई से प्राप्त सूचना से शुरूआती 6 वार्षों में रोजगार विभाग द्वारा मात्र 440 युवाओं को रोजगार देने की सूचना मिली तथा कोरोना काल में बनाए गए रोजगार पोर्टल के माध्यम से 3876 युवाओं को रोजगार दिया गया है जो केजरीवाल के दावों को झूठा साबित करता है। अरविन्द केजरीवाल दावा करते है कि उनकी सरकार ने 700 जल बोर्ड के कर्मचारियों को पक्का किया है जबकि हकिकत यह है कि उनके नियमित करने की पॉलिसी कांग्रेस सरकार ने बनाई थी केजरीवाल ने उनका नियमितीकरण 2 वर्ष विलम्ब से किया। चुनाव को देखते हुए केजरीवाल ने प्रक्रिया को ईवेन्ट बना दिया। श्री भारद्वाज ने केजरीवाल से पूछा कि वें दिल्ली के 22 हजार गेस्ट अधयापकों को स्थाई क्यों नहीं करते? जिसका उन्होंने वादा किया था वें 50 हजार से ज्यादा अस्थाई कर्मचारियों को स्थाई क्यों नहीं करते? वें 2000 आशा वर्कर्स व आंगनवाडी कार्यकर्ताओं का मानदेय क्यों नहीं बढाते? और जब ये पीडित दल अपनी मांगों को लेकर उनके द्वार पर जाते है तो उनकी मांगों को क्यों नहीं सुना जाता? उन्होंने कहा कि अगर अरविन्द केजरीवाल दिल्ली के सच्चे हितैषी है तो वें अपने द्वारा चुनावी घोषणा पत्र में जारी वादों को पूरा क्यों नहीं करते? श्री अनिल भारजद्वाज ने संवाददाताओं को बताया कि कांग्रेस की दिल्ली सरकार द्वारा बनाई गइ लाडली योजना को दिल्ली के मुख्यमंत्री केजरीवाल ने पंगु बना दिया है यह योजना आज पूरी तहर से ठप पड़ी है। “जहां झुग्गी-वहां मकान” का झूठा वादा करके दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविन्द केजरीवाल ने दिल्ली की जनता के साथ वादा खिलाफी की है। उन्होंने कहा कांग्रेस की सरकार के दौरान गरीबों के लिए राजीव रत्न आवास योजना के तहत बने 47 हजार मकान खाली पड़ है वें मकान भी अरविन्द केजरीवाल ने किसी भी गरीब को आबंटित नहीं किए, और अब वे मकान खंडहर बन चुके है अगर वे किसी को आबंटित किए गए तो गिरने का डर है। उन्होंने बताया कि कल ही में राजीव रत्न आवास योजना की जर्जर बिल्डिंग के गिरने से 4 लोगों की मौत हो गई । उन्होंने कहा कि नए योजनाएं लाना तो दूर दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविन्द को कांग्रेस द्वारा बनाए गई योजनाओं को क्रियान्वित भी नहीं किया जा रहा है। श्री अनिल भारद्वाज ने कहा कि अरविन्द केजरीवाल अपने नाकामियों को छुपाने के लिए दिए दिल्ली के उपराज्यपाल को दोषी ठहराते रहते है। दिल्ली के लम्बित पड़े राशन कार्डों को वें क्यों जारी नहीं करते है। उन्होंने कहा कि आप पार्टी के राज में आज वृद्धा पेंशन एवं विकलांग पेंशन आदि बन्द पड़ी है। उन्होंने कहा कि अरविन्द केजरीवाल का दिल्ली को 5000 नई बसे देने का वादा भी खोखला साबित होता नजर आ रहा है। उन्होंने कहा अरविन्द पंजाब में जाकर कहा कह रह है कि वे वहा नशा बन्द कर देंग, कांग्रेस उनसे पूछना चाहती है कि क्या शराब में नशा नहीं होता जो वे दिल्ली के हर चौराहों पर शराब की दुकाने खोल रहे। उन्होंने कहा अरविन्द केजरीवाल को अन्य राज्यों में वादे करने से पहले दिल्ली की जनता से किए गए वादों को पूरा करना चाहिए।

 


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