दिल्ली सरकार ने राजनीतिक द्वेष के कारण बिना तथ्यों की जांच करे राजन बाबू अस्पताल को खाली करने एवं सील करने का आदेश जारी किया जो निंदनीय है-राजा इकबाल सिंह



नगर निगम ने छज्जे को खतरनाक घोषित किया और अक्टूबर 2021 में ही आई.आई.टी. रूड़की से इसका निरीक्षण करवा विशेषज्ञ रिपोर्ट मांगी है जो शीघ्र आ जायेगी-जोगी राम जैन

शराब नीति पर बदनामी, कोविड-प्रदूषण पर अपनी विफलताओं से जनता का ध्यान भटकाने के लिये दिल्ली सरकार राजन बाबू अस्पताल एवं दिल्ली नगर निगम को बदनाम कर रही है-छैल बिहारी गोस्वामी

नई दिल्ली, 1 जनवरी। उत्तरी दिल्ली नगर निगम के महापौर सरदार राजा इकबाल सिंह ने कहा है कि दिल्ली सरकार ने राजनीतिक द्वेष के कारण बिना तथ्यों की जांच करे राजन बाबू अस्पताल को खाली करने एवं सील करने का आदेश जारी किया जो निंदनीय है। पत्रकार वार्ता में स्थाई समिति अध्यक्ष श्री जोगी राम जैन, नेता सदन श्री छैल बिहारी गोस्वामी एवं दिल्ली भाजपा प्रवक्ता श्री प्रवीण शंकर कपूर भी उपस्थित थे। महापौर ने कहा कि दो दिन पूर्व हमने दिल्ली के सत्ताधारी दल की नेता को कैमरों के साथ राजन बाबू अस्पताल में जा कर अस्पताल की एक बिल्डिंग के थोड़े से खतरनाक हिस्से जिसे नगर निगम ने पहले ही खतरनाक घोषित किया हैको फोक्स कर अस्पताल की छवि धूमिल करने की कोशिश की। उसके बाद “आप“ नेता ने पत्रकार वार्ता कर पूरे अस्पताल को खतरनाक एवं इस्तेमाल के लिये अयोग्य दिखाने की कोशिश की जो की झूठ है।
महापौर ने कहा कि राजन बाबू अस्पताल एक 700 बैड का चेस्ट रोगों खासकर टी.बी. के इलाज का विशेषज्ञ अस्पताल है। कोविड काल में जब दिल्ली सरकार आक्सीजन बैड उपलब्ध कराने में विफल हो रही थी उस वक्त राजन बाबू अस्पताल ने 100 आक्सीजन बैड उपलब्ध कराये और आज दिल्ली सरकार उसे बदनाम कर रही है। महापौर ने कहा कि मंत्री सत्येंद्र जैन के द्वारा राजन बाबू अस्पताल को किसी शिकायत के आधार पर खाली करके सील करने का आदेश उनके राजनीतिक पूर्वाग्रह को दर्शाता है। सामान्यता शिकायत मिलने पर मंत्री महोदय को राजन बाबू अस्पताल प्रशासन या उत्तरी नगर निगम से रिपोर्ट मांगनी चाहिए थी पर उन्होने सभी प्रशासनिक व्यवस्थाओं को ताक पर रख कर सीधे अस्पताल को सील करने की बात की है।

महापौर ने आगे कहा कि दिल्ली नगर निगम एक्ट 2012 के अंतर्गत केवल नगर निगमों के पास किसी बिल्डिंग का सर्वे कर उसे खतरनाक घोषित करने का अधिकार है और इस मामले उत्तरी नगर निगम पहले ही खतरनाक हिस्से को घोषित कर उचित कार्रवाई कर चुका है। स्थाई समिति अध्यक्ष श्री जोगी राम जैन ने कहा कि राजन बाबू अस्पताल एक बड़ा अस्पताल है जिसके एक कक्ष का कवर छज्जा उपयोग योग्य नही रहा है जबकि 10 वार्ड है जो पूरी तरह उपयोगी हैं। नगर निगम ने छज्जे को खतरनाक घोषित किया और अक्टूबर 2021 में ही आई.आई.टी. रूड़की से इसका निरीक्षण करवा विशेषज्ञ रिपोर्ट मांगी है जो शीघ्र आ जायेगी। स्थाई समिति अध्यक्ष ने कहा कि निगम आर्थिक तंगी से गुजर रहा है अन्यथा हम अब तक उचित रिपेयर प्रारम्भ कर चुके होते। नगर निगम में नेता सदन श्री छैल बिहारी गोस्वामी ने कहा कि नई शराब नीति पर जनता के विरोध से एवं प्रदूषण और कोविड अव्यवस्थाओं से आम आदमी पार्टी राजनीतिक रूप से हताश है। शराब नीति पर बदनामी, कोविड-प्रदूषण पर अपनी विफलताओं से जनता का ध्यान भटकाने के लिये दिल्ली सरकार राजन बाबू अस्पताल एवं दिल्ली नगर निगम को बदनाम कर रही है।

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