कल गौतम बुध नगर के ग्रेटर नोएडा मैं किया जाएगा कार्यकर्ता सम्मेलन (प्रदेश अध्यक्ष) पं. सचिन शर्मा



Seemanchal Express News Network Bureau Uttar Pradesh, Sanjay Kumar Choudhary
मोदी सरकार के अहंकार की हार
 किसान संगठनों के संघर्ष की जीत
चौधरी ऋषिपाल अंबावता



सीमांचल एक्सप्रेस न्यूज़ नेटवर्क

भारतीय किसान यूनियन (अंबावता) के राष्ट्रीय अध्यक्ष ऋषिपाल अंबावता ने कहा है कि केंद्र सरकार के अहंकार की हार हुई है और किसान एकता की जीत हुई है। उन्होंने कहा कि सरकार को आखिरकार किसानों की एकता के सामने झुकना पड़ा है। एक साल से अधिक समय तक आंदोलन को सफलता पूर्वक चलाकर किसान संगठनों ने केंद्र की मोदी सरकार को करारी शिकस्त दी है। उन्होंने कहा कि सभी किसान संगठनों ने आंदोलन को सफल बनाने के लिए अपनी पूरी ताकत लगा दी और केंद्र सरकार को झुकाकर यह साबित कर दिया कि उनकी सभी मांगें सही थी और केंद्र सरकार पूरी तरह से गलत थी। प्रेस को जारी बयान में श्री अंबावता ने कहा कि भाकियू (अ) ने यूपी, हरियाणा, पंजाब से लेकर तेलगांना तक अपनी ताकत का अहसास करवाया है।


अंबावता का लाखों कार्यकर्ता जोरदार स्वागत करेंगे
भाकियू के कार्यकर्ताओं ने इस आंदोलन में प्रमुख भूमिका निभाई है। 
आंदोलन की सफलतापूर्वक समाप्ति पर जल्द ही भाकियू अध्यक्ष ऋषिपाल अंबावता का लाखों कार्यकर्ता जोरदार स्वागत करेंगे
 उन्होंने कहा कि देश में जहां भी किसान आंदोलन होगा, वहां भारतीय किसान यूनियन (अंबावता) के कार्यकर्ता एक पैर पर खड़े रहेंगे। उन्होंने कहा कि सुबह सभी किसान संगठनों की बैठक में वह प्रमुख रूप से मौजूद थे, जहां आंदोलन खत्म करने का निर्णय लिया गया। उन्होंने बताया एमएसपी पर लिखित भरोसे के बाद किसान आंदोलन खत्म करने का ऐलान हुआ  है.श्री अंबावता ने कहा कि यदि सरकार अपने वायदे से पीछे हटी तो वह फिर से आंदोलन करने के लिए मजबूर हो जाएंगे . श्री अंबावता ने कहा कि किसानों की एकता ऐतिहासिक है और उन्होंने सरकार को झुकने के लिए मजबूर कर दिया. जिसके बाद सरकार ने अपने तीनों कृषि कानून वापस ले लिए. संयुक्त किसान मोर्चा को एमएसपी पर लिखित तौर पर गारंटी दी गई है. जिसके बाद वह अपना आंदोलन खत्म करने जा रहे हैं.



 चौधरी  ऋषि पाल  अंबावता ने बताया कृषि सचिव के लिखित आश्वासन के बाद आंदोलन समाप्त करने का ऐलान किया
  यूपी उत्तराखंड, हिमाचल, हरियाणा और मध्य प्रदेश में जिन किसानों के खिलाफ केस दर्ज किए गए थे सभी सरकारें वह केस खारिज करेंगी. इसके अलावा सभी राज्य सरकारें किसानों को मुआवजा देने के लिए भी राजी हो गई हैं. सभी मुद्दों पर सहमति बनने के बाद ही किसान आंदोलन समाप्त करने का निर्णय लिया गया है. श्री अंबावता ने कहा कि यदि एमएसपी पर सरकार मुकरी तो वे दोबारा आंदोलन करने के लिए तैयार रहेंगे. 15 जनवरी को सभी किसान संगठन समीक्षा बैठक करेंगे, जिसमें तय होगा कि सरकार ने उनकी मांगों को लेकर क्या कदम उठाए हैं. (प्रदेश अध्यक्ष) पं.सचिन शर्मा ने कहा इसके बाद वह दोबारा आंदोलन को लेकर कोई निर्णय लेंगे. कहा है कि 11 दिसंबर को वह विजय दिवस के रूप में मनाएंगे. जिसके बाद धरना स्थल को खाली कर दिया जाएगा. उन्होंने कहा कि किसानों पर दर्ज मुकदमे उनके लिए बड़ी चिंता का विषय था. जिन्हें रद्द करने के मुद्दे पर सहमति बन गई और वह अब सामूहिक रूप से अपना आंदोलन समाप्त करने जा रहे हैं
सीमांचल एक्सप्रेस न्यूज नेटवर्क
संजय कुमार चौधरी की खास रिपोर्ट



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