नालंदा के बेन प्रखंड स्थित रन्नु बीघा गांव में 23-24 अप्रैल को होगा अखंड संकीर्तन और नगर भ्रमण कार्यक्रम







नालंदा बेन प्रखंड रन्नु बीघा ग्रामीणों के  आपसी सहयोग का प्रतीक अखंड संकीर्तन यह फोटो देवक स्थल ग्राम रन्नु बीघा थाना बेन अंतर्गत नालंदा जिला का है जहां पर वर्षों से आपसी भाईचारा सहयोग तथा समन्वय के प्रतीकात्मक रूप में गांव में शांति सुख समृद्धि के लिए यह अखंड संकीर्तन होते आ रहा है यह 23.4.24 को प्रारंभ होकर 24.4.2024 को समाप्त होगा और फिर विभिन्न गांव के कीर्तन मंडली नगर भ्रमणकर विभिन्न तरह से लोगों में कलात्मक भावनात्मक गुना का एहसास कराएंगे ग्रामीणों द्वारा यथासंभव जो सेवा उनके लिए वन पड़ता है करते हैं इस संकीर्ण में सुधीर कुमार समेत राज किशोर बाबू तथा हर ग्रामीण बढ़ चढ़कर सहयोग प्रदान करते हैं ताकि सभी अंगूठी मंडली को किसी प्रकार का दिक्कत ना हो इस तरह के अखंड संकीर्तन से ग्रामीणों का मनभेद एवं मतभेद की दूरियां मिटता है ।आश्चर्यजनक बात यह है कि अखंड संकीर्तन के दिन सभी ग्रामीण बच्चे हो या बूढ़े, महिला हो या पुरुष सभी फलाहार रहते हैं। अखंड समाप्ति के बाद जब आरती मंगल समाप्त होता है तभी ग्रामीण लोग अन्य ग्रहण करते हैं। यह सिलसिला वर्षों से चला आ रहा है और जब तक अखंड संकीर्तन जारी रहेगा तब तक यही इसी तरह से फलाहार संकीर्तन होते रहेगा। ग्रामीणों में गजब तरह का उल्लास इस समय देखा जा सकता है। सभी युवा वर्ग इसे सेवा मानकर समर्पित रहते हैं। इस तरह के कार्य गांव में होने से बच्चे भी संस्कारी होते हैं। अभी वर्तमान समय में सामाजिक एवं पारिवारिक परिप्रेक्ष्य में संस्कारी बालक ही समाज को दिशा निर्देशित करने वाले होते हैं ऐसा मानना है सीमांचल ब्यूरो चीफ श्री अशोक कुमार जी का।

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