भाजपा के पंवार और निर्दलीय उम्मीदवार कार्तिकेय की जीत पर सीएम मनोहर लाल खट्टर ने मिठाई खिलाकर देर रात दी बधाई |
कांग्रेस का एक वोट रद्द होने से बिगड़ा पार्टी की जीत का समीकरण। कांग्रेस के पोलिंग एजेंट बीबी बोले- कुलदीप बिश्नोई ने पार्टी उम्मीदवार को वोट नहीं दिया। अब कांग्रेस में नहीं रह पाएंगे बिश्नोई, प्राथमिक सदस्यता होगी रद्द।
राज्यसभा : देर रात तक चले हाई वोल्टेज ड्रामे के बाद भाजपा-जजपा समर्थित निर्दलीय प्रत्याशी कार्तिकेय शर्मा ने कांग्रेस के दिग्गज नेता अजय माकन को हरा दिया है। वहीं प्रदेश की दूसरी राज्यसभा सीट पर भाजपा के कृष्ण लाल पंवार ने जीत दर्ज की। कांग्रेस के पोलिंग एजेंट बीबी बत्रा ने कहा-कुलदीप बिश्नोई ने पार्टी के प्रत्याशी को वोट नहीं डाला। इस वजह से माकन की हार हुई। यदि वह कांग्रेस प्रत्याशी को वोट देते तो हम अवश्य जीतते। वहीं दूसरी ओर का एक वोट रद्द होने से कांग्रेस का समीकरण पूरी तरह से बिगड़ गया। हालांकि अभी इस बात का खुलासा नहीं हो पाया, किसका वोट रद्द हुआ है। उधर, पंवार की जीत के बाद हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने देर रात उन्हे मिठाई खिलाकर बधाई दी। पंवार और कार्तिकेय की जीत के बाद खट्टर ने कहा कि यह हमारे लिए खुशी की बात है। कृष्ण लाल पंवार और कार्तिकेय शर्मा को जिताने के लिए मैं सभी विधायकों का धन्यवाद करता हूं। यह लोकतंत्र की जीत है। मुझे उम्मीद है कि दोनों सदन में हरियाणा के लोगों से जुड़े मामलों को उठाएंगे।
हरियाणा के राज्यसभा सीटों पर मतगणना पांच बजे शुरू होनी थी, लेकिन जजपा नेताओं और निर्दलीय उम्मीदवार कार्तिकेय शर्मा ने कांग्रेस के दो विधायक किरण चौधरी और बीबी बत्रा के मतों पर आपत्ति दर्ज आयोग से अवैध करार देने की मांग की थी। कार्तिकेय के समर्थन में भाजपा और दूसरी तरफ से कांग्रेस चुनाव आयोग पहुंची।
भाजपा की शिकायत पर आयोग ने रिटर्निंग अधिकारी से मतदान की वीडियो रिकॉर्डिंग मंगवाई। जांच के बाद आयोग ने दोनों मतों वैध करार देते हुए रात करीब एक बजे मतगणना की अनुमति दी। करीब ढाई बजे जब परिणाम आया तो भाजपा-जजपा और निर्दलीय खेमे में खुशी की लहर दौड़ पड़ी। कार्तिकेय शर्मा पूर्व केंद्रीय मंत्री विनोद शर्मा के बेटे हैं।
ऐसा रहा जीत का गणित
राज्यसभा चुनाव में कुल वोट 89 पड़े। इनमें वैध मत 88 पाए गए। पंवार को जीत के लिए 31 वोट चाहिए थे जबकि कांग्रेस को 30 मत। कांग्रेस का एक वोट रद्द हुआ तो 29 रह गए। वहीं कार्तिकेय को 28 वोट मिले, लेकिन वैध मत की संख्या 88 होने के कारण कृष्ण लाल पंवार के पहली प्राथमिकता के 1.66 फीसदी वोट कार्तिकेय को मिलने के कारण वह जीत गए।
कांग्रेस उम्मीदवार के पक्ष में काम करते दिख रहे नांदल : कार्तिकेय
निर्दलीय उम्मीदवार कार्तिकेय शर्मा ने रिटर्निंग अधिकारी आरके नांदल की भूमिका पर सवाल उठाते हुए कहा कि वह कांग्रेस उम्मीदवार के पक्ष में काम करते दिख रहे हैं। निष्पक्ष चुनाव नहीं करवाया गया। किरण चौधरी और बीबी बत्रा के वोट रदद होने चाहिए। दोनों ने वोट डालने से पहले एजेंट के अलावा बैलेट पेपर दूसरों को भी दिखाए। 2016 के राज्यसभा चुनाव में भी नांदल
विवादों में रह चुके हैं। 2016 में स्याही कांड को लेकर वह चर्चा में आए थे। पेन ही बदल देने से कांग्रेस के 14 वोट रद्द हो गए थे। चुनाव आयोग ने नांदल के खिलाफ जांच बिठाई थी।
मनोहर की पेशकश...
सीएम मनोहर लाल बोले, कुलदीप बिश्नोई ने खुले मन से वोट दिया। वह मोदी सरकार की नीतियों से प्रभावित। भाजपा में आते हैं तो उनका स्वागत है।