. केंद्र सरकार को दी जाएगी आर पार की चुनौती ।
. 4 दिसंबर को सिंघु बॉर्डर पर संयुक्त किसान मोर्चा की महापंचायत। (प्रदेश अध्यक्ष) पं. सचिन शर्मा
Seemanchal Express news network
सिंधु बॉर्डर दिल्ली
संयुक्त किसान मोर्चा के प्रमुख सदस्य राष्ट्रीय अध्यक्ष चौधरी ऋषि पाल अंबावता जी ने बताया 4 दिसंबर दिन शनिवार को सिंघु बॉर्डर पर संयुक्त किसान मोर्चा की महापंचायत का आयोजन किया जा रहा है तीन कृषि कानूनों की वापसी के पश्चात किसानों के हित के लिए शेष मांगों के पूरा होने तक लड़ाई जारी रहेगी इसकी रणनीति बनाने के लिए देशभर के समस्त किसान नेता सिंघु बॉर्डर पर इकट्ठा हो रहे हैं !
इस महापंचायत में यह तय किया जाएगा कि किसानों के हितार्थ शेष मांगे पूरी होने तक किस प्रकार किसान आंदोलन की दिशा तय हो स्पष्ट रूप से किसानों के द्वारा केंद्र सरकार को खुली चुनौती के रूप में इस महापंचायत का आयोजन किया जा रहा है ।
क्योंकि जिस प्रकार 1 वर्ष पश्चात किसान आंदोलन के दबाव में आकर किसान की जायज मांग तीन कृषि कानूनों को लेकर थी वह महामहिम राष्ट्रपति जी के हस्ताक्षर के पश्चात पूरी हुई लेकिन अभी भी कई और मांगे किसान आंदोलन में सम्मिलित थी इन मांगों की भूमिका किसानों की दिशा और दशा को प्रभावित करेगी देश के समस्त किसान नेता का संयुक्त बयान महापंचायत के पश्चात जारी किया जाएगा।
प्रमुख मांगे इस प्रकार हैं
1-न्यूनतम समर्थन मूल्य की गारंटी सरकार के द्वारा दी जाए।
2-आंदोलन के दौरान लगभग 700 किसानों बलिदान हुआ है उनके परिवारों को करुणामूलक आधार पर सहायता दी जाए!
3- बिजली संशोधन विधेयक अधिनियम 2020 वापस लिया जाए।
4-आंदोलन के दौरान निर्दोष किसानों पर लगाए गए मुकदमे तत्काल प्रभाव से वापस लिए जाएं।
5-लखीमपुर खीरी मै की गई किसानों की हत्या के दोषियों को गिरफ्तार किया जाए।
6-किसान आयोग का गठन किया जाए।
आदि किसानों की मांगें प्रमुख रूप से पूरी होनी चाहिए।
अतः सभी किसान भाइयों से और संगठन के कार्यकर्ताओं से विनम्र निवेदन है कि आने वाली 4 दिसंबर को अधिक से अधिक संख्या में किसान सभा में पहुंचने का कष्ट करें और इस किसान आंदोलन के अंतिम पड़ाव को मजबूती प्रदान करें ।
पं.सचिन शर्मा (प्रदेश अध्यक्ष)
भारतीय किसान यूनियन (अ)
Seemanchal Express news network
Uttar Pradesh state head
Sanjay Kumar Chaudhary