भरत सिंह की रिपोर्ट
नई दिल्ली, मौजूदा समय में गरीब मजदूर वर्ग के लिए दो वक्त की रोटी जुटा पाना ही सबसे बड़ी चुनौती बनी हुई है. केंद्र और राज्य सरकारें भी गरीब मजदूर वर्ग को राशन वितरित करने की योजना चला रही हैं. दिल्ली सरकार की ओर से बिना राशन कार्ड वाले लोगों को भी मुफ्त राशन दिया जा रहा है, लेकिन अब भी हर गरीब मजदूर तक राशन की सुविधा नहीं पहुंच पा रही.
ऐसे में कई संस्थाएं इन लोगों की मदद के लिए एक उम्मीद की किरण साबित हो रही हैं. गरीब मजदूर लोगों को अलग-अलग संस्थाएं कोरोना काल में सूखा राशन बांट रही हैं. इसी कड़ी में कामगार यूनियन 'इंडियन फेडरेशन ऑफ ट्रेड यूनियन इफ्तु की ओर से दिल्ली के अलग-अलग इलाकों में जरूरतमंद लोगों को सूखा राशन वितरित किया जा रहा है.
आईएफटीयू कामगार यूनियन के वाइस प्रेसिडेंट डॉ. मृगांक ने लॉकडाउन की शुरुआत में ही केंद्र और राज्य सरकारों द्वारा गरीब मजदूर लोगों को मुफ्त राशन दिए जाने का एलान किया गया था, लेकिन अब भी कई लोगों को यह सुविधा नहीं मिली है. जब लॉकडाउन खत्म होने को है तब सरकार की ओर से योजनाएं शुरू की जा रही है, मौजूदा समय में संक्रमण से ज्यादा लोगों को भुखमरी की समस्या है. इसको देखते हुए हमारी ओर से बिना राशन कार्ड वाले लोगों को सूखा राशन वितरित किया जा रहा है.
डॉ. मृगांक ने बताया इफ्टू के दिल्ली के गोविंदपुरी, मायापुरी, हैदरपुर, मदनपुर खादर, जेजे कॉलोनी आदि इलाकों में ऑफिस हैं. इन इलाकों में हमने लोगों को सूखा राशन वितरित किया है और पिछले करीब 20 दिनों से यह अभियान शुरू किया गया है, जिसके अंतर्गत अब तक करीब 1 हजार परिवारों को यह राशन दिया गया है. जिन परिवारों के पास राशन कार्ड नहीं है, नौकरी की सुविधा नहीं है, ऐसे इन परिवारों को राशन वितरित किया जा रहा है. वहीं राशन लेकर घर जा रहे प्रेमलाल ने बताया कि वह ओखला फेस 2 में रहते हैं. उनके परिवार में 4 सदस्य हैं. लॉकडाउन से पहले वह गाड़ी चला कर अपना गुजारा करते थे, लेकिन लॉकडाउन के कारण काम नहीं हो पा रहा है. ऐसे में यहां राशन लेने के लिए आए हैं. उन्होंने बताया कि राशन में आटा, चावल, दाल तेल आदि मिला है, जिससे कुछ दिन का गुजारा हो जाएगा.