किसान सत्याग्रह आंदोलन, मंडोला गाजियाबाद






किसान सत्याग्रह आंदोलन
  मंडोला गाजियाबाद
 
 मंडोला विहार योजना से प्रभावित किसान योजना के सैक्टर छः में चल रहे निर्माण कार्यों को बंद कराकर तीन दिन से वही पर डटे हुए है परिषद के अधिकारियों ने किसानों पर मुकदमे दर्ज कराकर आंदोलन को चिंगारी देने का काम किया है आज किसानों ने अपने धरना स्थल पर फांसी के फंदे बनाकर प्रदर्शन करते हुए शासन प्रशासन से मांग करते हुए कहा कि यदि सरकार किसानों की मांग पूरी नहीं कर सकती तो उन्हे सामूहिक फांसी देने का फरमान जारी करे । फर्जी मुकदमे दर्ज कराकर गांधीवादी सत्याग्रह आंदोलन कर रहे पीड़ित किसानों की आवाज दबाने से काम नहीं चलेगा । धरने पर लगे फांसी के फंदे हटवाने के लिए एसीपी रजनीश कुमार भारी पुलिस बल के साथ किसानों के धरने पर पहुंचे और धरनारत किसानों से फंदे हटाने के लिए निवेदन किया लेकिन किसानों ने उनको नही हटाया । 




गौरतलब है कि उत्तर प्रदेश आवास एवं विकास परिषद ने छः गांव की 2614 एकड़ जमीन का अधिग्रहण मंडोला विहार आवासीय योजना के लिए किया था योजना से प्रभावित मंडोला,नानू,पंचलोक, अगरोला,नवादा, मिलक बामला आदि गांव के किसान अपनी अधिग्रहित जमीन के मुआवजे को भूमि अधिग्रहण अधिनियम 2013 से दिए जाने व प्रभावित सभी किसानों को 10% विकसित भूखंड दिए जाने आदि मांगो को दिसंबर 2016 से लगातार धरने पर बैठकर करते आ रहे हैं गत सात वर्षो में किसानों की मांगो पर कोई सहमति नही बनने से नाराज किसानों ने योजना में सभी निर्माण कार्यो को बंद करा दिया है ।वर्तमान में किसानों के धरने का नेतृत्व भारतीय किसान यूनियन (टिकैत) द्वारा किया जा रहा है जिसके चलते किसान भाकियू के सभी कार्यक्रमों का हिस्सा बन रहे हैं पूर्व घोषित कार्यक्रम के अनुसार 20 मार्च को दिल्ली जंतर मंतर पर होने वाली किसान महापंचायत में मंडोला विहार योजना से प्रभावित किसान भारी संख्या में पैदल मार्च करते हुए दिल्ली कूच करेंगे । 
आज धरने पर सैकड़ों महिला व पुरुष उपस्थित रहे।

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