जाप के राष्ट्रीय अध्यक्ष पप्पू यादव ने कहा कि बिहार में किसानों को प्रति वर्ष 62 लाख टन खाद के बजाए मात्र 24 लाख टन ही खाद मिल पा रहा है |
Seemanchal Express News Network, Bureau Bihar Patna
Pradeep Kumar
• जन अधिकार पार्टी के राष्ट्रूीय अध्यक्ष पप्पू यादव ने कहा कि बिहार में प्रति वर्ष 62 लाख टन खाद की जरूरत है लेकिन मात्र 24 लाख टन खाद ही उपलब्ध है. उन्होंने कहा कि सरकार यदि नौ दिसंबर तक किसानों को खाद मुहैया नहीं कराती है तो इसे लेकर वो पटना में 10 तारीख से आंदोलन करेंगे
पटना- बिहार में खाद की किल्लत (Fertilizer Crisis) और किसानों की समस्या को लेकर जन अधिकार पार्टी (जाप) के राष्ट्रीय अध्यक्ष राजेश रंजन उर्फ पप्पू यादव (Pappu Yadav) ने सरकार पर हमला बोला है. पप्पू यादव ने शनिवार को कहा कि बिहार (Bihar) में प्रति वर्ष 62 लाख टन खाद की जरूरत है लेकिन मात्र 24 लाख टन खाद ही उपलब्ध है. उन्होंने कहा कि सरकार यदि नौ दिसंबर तक किसानों को खाद मुहैया नहीं कराती है तो इसे लेकर वो 10 तारीख से आंदोलन करेंगे. उन्होंने कहा कि बिहार में बुआई का समय अगले 15 दिन में शुरू हो जाएगा. किसानों को 62 लाख टन खाद की जरूरत है लेकिन इसकी उपलब्धता मात्र 24 लाख टन है. इस वजह से किसान लगातार खाद किल्लत (Fertilizer Shortage) से जूझ रहे हैं. पूर्व सांसद ने कहा कि 10 लाख टन यूरिया और 10 लाख डीएपी चाहिए. जबकि यह सात-सात लाख टन ही उपलब्ध कराया गया है. उन्होंने कहा कि किसान देश की आत्मा है. प्रदेश में खाद की किल्लत है और किसानों की दुर्गति है. इससे स्थिति भयावह है. पप्पू यादव ने कहा कि नौ दिसंबर तक बिहार के किसानों को क्वालिटी और क्वांटिटी के साथ खाद नहीं उपलब्ध कराया गया तो पटना में 10 तारीख से आंदोलन होगा.
उन्होंने कहा कि देश का किसान सड़कों पर है. उसकी चिंता नहीं है और मंत्री दो मिनट रुक गए तो दो दिन सत्र नहीं चल पाया. बीजेपी और विपक्ष एक हो गए थे. विपक्ष के नेता को दो दिन तक हंगामा करना पड़ा. बिहार की जनता विपक्ष से जानना चाहती है कि क्यों नहीं सदन में मुजफरपुर आंखफोड़वा कांड, किसानों को खाद की अनुपलब्धता और अपराध पर चर्चा हुई. क्यों जनता के टैक्स के पैसे बर्बाद हुए, लोकतंत्र में जनता महत्वपूर्ण है, विधायक और मंत्री नहीं.