बिना चालान का जमालपुर माल गोदाम से फर्राटे भर रहे गिट्टी, चिप्स की गाड़ियां,
बिहार सरकार की हो रही राजस्व की चोरी, खनन विभाग मौन
जेसीबी मशीन से हो रही लोडिंग, नहीं मिल रहा है मजदूरों को रोजगार
जेसीबी मशीन से लोडिंग से लाखों रुपए की लागत से बनी पीसीसी रैक हो रही है बर्बाद
24 घंटे के बदले 3 दिन में हो रही अनलोडिंग
ट्रक एसोसिएशन ने डीआरएम, डीएम,एसपी से की जांच की मांग
निरज कुमार |
मुंगेर। रेल अधिकारी व जिला खनन विभाग के कथित सांठ-गांठ से जमालपुर रेल रैक से बिना चालान का गिट्टी भरी गाड़ियां सड़कों पर फर्राटे से दौड़ रही है। बिना खनन विभाग के चालान से वाहन चलने से जहां सरकार को लाखों रुपये की राजस्व की चोरी हो रही है। वहीं जमालपुर रेल रैक में रेल अधिकारी के मिलीभगत से जेसीबी मशीन से वाहनों में गिट्टी की लोडिंग हो रही है। जबकि नियमतः मजदूरों के द्वारा लोडिंग करने का प्रावधान है। जेसीबी से गिट्टी की लोडिंग होने से लाखों रुपए की लागत से बनी पीसीसी रैक बर्बाद हो रही है। वहीं मजदूरों को भी रोजगार नहीं मिल पा रहा है।
बिना परिवहन चालान गिट्टी, चिप्स की हो ढुलाई
जमालपुर रेल माल गोदाम में श्री गणेश कंस्ट्रक्शन कंपनी के द्वारा गिट्टी और चिप्स झारखंड के मिर्जाचौकी से रेल मालगाड़ी के माध्यम से मंगाया जाता है। जिसे सिर्फ झारखंड सरकार का गिट्टी, चिप्स का चालान रहता है। लेकिन बिहार के जमालपुर में रेल गोदाम आने के बाद गिट्टी और चिप्स को अन्यत्र सफ्लाई के कोई चालान जिला खनन विभाग द्वारा नहीं लिया है। बिना चालान के बिना कोई स्थान पर गिट्टी ,चिप्स का स्टॉक किए ही खुलेआम ऊंची बाजार में बेचा जा रहा है। बिना चालान का गिट्टी व चिप्स भरे वाहन के परिचालन से बिहार सरकार को लाखों रुपये की राजस्व की चोरी हो रही है। बताया जाता है कि इस धंधे में खनन विभाग व रेल अधिकारियों को रिश्वत की मोटी रकम दी जाती है। जिसके कारण अवैध कार्य पर रोक नहीं लगाया जाता है।
24 घंटे के बदले तीन दिन में रैक को किया जाता है खाली
एक रैक को 24 घंटे में खाली करने का प्रावधान है, लेकिन रेल अधिकारियों की मिलीभगत से तीन दिन में रैक खाली किया जाता है। ऐसा इसलिए किया जाता है कि खुले बाजार डिमांड के माफिक गिट्टी, चिप्स का सफ्लाई किया जा सके। जबकि रेलवे को सिर्फ 24 घन्टे का राजस्व दिया जाता है। इस गोरखधंधे के लिए संलिप्त कर्मी ठीकेदार से मोटी रकम वसूली करते है। दूसरी ओर रेलवे को राजस्व की क्षति हो रही है।
अवैध गिट्टी भरे वाहनों पर नही होती है कार्रवाई, वैध पर लगाते है जुर्माना
सरकार के अवैध बालू गिट्टी पर बड़ी कार्रवाई के बावजूद जिला खनन विभाग के द्वारा अवैध गिट्टी व चिप्स की ढुलाई करने की छूट दे दी है। जबकि वैध चालान के साथ लाए गए गिट्टी, बालू पर जिला खनन पदाधिकारी के द्वारा जुर्माना के साथ ही ट्रैक्टर का पकड़ लिया जाता है। जिसके कारण 500 ट्रक मालिकों के समक्ष बैंक का सेटलमेंट करना भी मुश्किल हो रहा है। इसकी शिकायत मुंगेर जिला ट्रक ऑनर्स एसोसिएशन के पिंकू यादव ने डीआरएम, डीएम, एसपी, एसडीओ सहित अन्य को पत्र लिखकर कार्रवाई की मांग करते हुए लिखा है कि जमालपुर रेलवे रैक से संवेदक के द्वारा अवैध रूप स्व रात्रि के समय जेसीबी मशीन से गिट्टी, चिप्स का सभी वाहनों में लोडिंग कराया जाता है। जो रेलवे नियम के विरुद्ध है। रेलवे नियम के अनुसार माल गोदाम से लोडिंग, अनलोडिंग मजदूर द्वारा कराना होता है। चालान में जिस जगह से ढुलाई का नाम का वर्णन के साथ ही वाहन का नंबर भी होता है। इसकी जांच होनी चाहिए।
क्या कहते है जिला पदाधिकारी
वीडियो क्लिपिंग के आधार पर अवैध बालू उत्खनन कर परिचालन करने के मामले में जांच टीम बनाई गयी है। सभी अनुमंडल पदाधिकारी एवं अनुमंडल पुलिस पदाधिकारी को अपने क्षेत्राधीन जहां कही भी लघु खनिज के अवैध भंडारण, परिवहन, ओवरलोडिंग तथा अवैध मिट्टी कटाई होता हो तो जांचोपरांत विधिसम्मत कार्रवाई करने का निर्देश दिया गया है। खनिज विभाग के निदेश के आलोक में अवैध खनन, प्रेषण एवं भंडारण में संलिप्त अवैध कर्ताओं के विरूद्ध खनन नियमों के साथ- साथ दंडात्मक धारा के तहत भी कड़ी कार्रवाई सुनिश्चित करने का निर्देश दिया गया ।