संसार कर्मो पर आधारित है पण्डित दीनदयाल त्रिवेदी
बाराबंकी । सिरौलीगौसपुर क्षेत्र के ग्राम अमनियापुर में ज्ञान चन्द्र वर्मा के आवास पर चल रही श्रीमद्भागवत कथा पण्डित दीनदयाल त्रिवेदी के मुखारविंद से सुनाई जा रही है।
पण्डित दीनदयाल त्रिवेदी ने कहा कि संसार और सागर लगभग समान होते हैं जिस प्रकार सागर के तट पर जाकर देखें तो मन मुग्ध होता है और सागर का जल पीने से कडवाहट हाथ आती है।
उसी तरह संसार है जो देखनें में आकर्षक है। लेकिन भोगने में वैसा नहीं इस लिए संसार कर्म करके ईश्वर को प्राप्त करें। इस मौके पर दिलीप कुमार वर्मा, बुचुन वर्मा, चमन तिवारी, डाक्टर रमाकांत, अजय महराज सहित सैकड़ों भक्तो ने कथा का श्रवण किया।