• देश को मुगलों से बचाने में अपने प्राणों की आहुति देने वाले राजा हसन खां मेवाती का बलिदान अविस्मरणीय
नई दिल्ली, 09 मार्च- मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने शनिवार को शहीद राजा हसन खां मेवाती के सम्मान में नगीना (नूंह) स्थित राजकीय महाविद्यालय में आयोजित राज्य स्तरीय समारोह में बतौर मुख्य अतिथि पधार कर शहीद राजा हसन खां मेवाती की 15 फुट ऊंची प्रतिमा का अनावरण किया। उन्होंने राजा हसन खां मेवाती की शहादत को याद करके उन्हें अपने श्रृद्धा सुमन अर्पित किए।
शहीद राजा हसन खां मेवाती की प्रतिमा के अनावरण अवसर पर मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने हसन खां मेवाती की शहादत को नमन करते हुए कहा कि उन्होंने देश को मुगलों से बचाने में अपने प्राणों की आहुति दी। देश ऐसे वीर बलिदानियों की शहादत को हमेशा याद रखेगा। पंचधातु के लैप से ग्लास फाइबर से निर्मित शहीद राजा हसन खां मेवाती की मूर्ति को राजस्थान के मूर्तिकार नरेश कुमावत ने तैयार किया है। 15 फुट ऊंची प्रतिमा में राजा हसन खां मेवाती घोड़े पर बैठे हुए बेहद ही आकर्षक लग रहे हैं। वे एक हाथ में भाला लिए हुए हैं और उनकी कमर में लटकती तलवार मूर्ति के आकर्षण में चार चांद लगा रही है।
उल्लेखनीय है कि राजा हसन खां मेवात के मुसलमान राजपूत शासक थे। हसन खां मेवात के पिछले शासक अलावल खां के पुत्र और राजा नाहर खान मेवाती के वंशज थे, जो 14वीं शताब्दी में मेवात के वली थे। उनके वंश ने लगभग 200 वर्षों तक मेवात पर शासन किया। हसन खां मेवाती लगभग 25 साल की उम्र में 1516 ई0 को अपने पिता के जीवन काल में ही गद्दी पर वे बैठे और नए सिरे से अपने राज्य का प्रबंधन किया। इब्राहीम लोधी और राजा हसन खां मेवाती ने पठानों, जाटों और मेवों की एक लाख विशाल सेना के साथ मुगल शासक बाबर को रोकने का प्रयास किया और पानीपत के मैदान में मोर्चा लगाया। 21 अप्रैल सन 1526 को दोनों सेनाओं के बीच भयंकर युद्ध हुआ। खानवा की लड़ाई में उन्होंने 5000 सिपाहियों के साथ राजपूत परिसंघ की ओर से मुगल सेना के विरुद्ध हिस्सा लिया, जिसमें उनकी मृत्यु हुई।
राज्य स्तरीय सम्मान समारोह में पहुंचने पर मुख्य अतिथि मुख्यमंत्री श्री मनोहर लाल का मेव समाज ने फूल मालाएं पहनाकर व पगड़ी बांधकर परंपरागत तरीके से आभार व्यक्त किया।
इस अवसर पर आयोजित कार्यक्रम में राई, सोनीपत से विधायक मोहन लाल बडौली, हरियाणा वक्फ बोर्ड के प्रशासक चौधरी जाकिर हुसैन, जिला अध्यक्ष भाजपा नरेंद्र पटेल, उपायुक्त धीरेंद्र खड़गटा व पुलिस अधीक्षक नरेंद्र बिजारनिया, भाजपा नेता सुरेंद्र भाटी व ताहिर हुसैन, गांव के सरपंच इमरान सहित भारी संख्या में ग्रामीण मौजूद थे।