दिल्ली / पटना (सीमांचल एक्सप्रेस प्रतिनिधि) बिहारियों के प्रति इतनी नफरत रखने वाला एवं खुद को सन ऑफ बिहार घोषित करने वाला मनीष कश्यप को आखिरकार जेल जाना ही पड़ा. आज इस ठग ऑफ बिहार का हाल चाल भी पूछने कोई भी आका सामने तक नहीं आया. आखिर ऐसी क्या बात हो गई कि खुद को सन ऑफ बिहार बताने वाला के मन मे बिहारियों के प्रति इतनी नफरत कहाँ से पैदा हो गई.
बताते चलें कि हाथ मे माइक लेकर घूमने वाला युट्यूबर मनीष कश्यप बिहारियों की आवाज बुलंद करने की जगह बिहारियों के प्रति ही नफरत फैलाना शुरू कर दिया.बिहारियों के प्रति नफरत फैलाने की पहली शुरुआत पटना में कश्मीरी व्यवसायियों पर हमले से हुई.तभी से ये ठग ऑफ बिहार बनकर पूरे देश मे घूम-घूम कर बिहारियों के प्रति दूसरे राज्यों के लोगों में नफरत फैलाने का काम शुरू कर दिया.जिससे इसको काफी शोहरत और पैसे मिलने शुरू हो गए.
जिससे इनका धंधा चल निकला और ये फिर पीछे मुड़कर कभी नहीं देखा.इसने ये भी नहीं सोचा कि इससे मेरे बिहारियों का मान सम्मान का क्या होगा.ये पैसे की लालच में इतना अंधा हो गया कि तमिलनाडु में बिहारी श्रमिकों का एक फर्जी वीडियो अपने यूट्यूब चैनल में डालकर पूरे देश मे एक ऐसी आग लगा दी कि जिसको बुझाने में बिहार और तमिलनाडु सरकार को एड़ी चोटी का जोर लगाना पड़ गया.
आज अगर ये आग नहीं बुझती तो पूरे देश मे जहाँ भी बिहारी श्रमिक काम कर रहे थे.उनको भारी कीमत चुकानी पड़ सकती थी. लेकिन कहते है न कि ईश्वर के घर देर है अंधेर नहीं.बहुत जल्द बिहार के लोगों को इस फर्जी वीडियो की सच्चाई पता लग गई.जिससे ठग ऑफ बिहार का मंसूबा पूरी तरह नाकाम हो गया. जानकारी के मुताबिक मनीष कश्यप को फिलहाल कई मामले में पुलिस लम्बी पूछताछ करेगी.आज पूरे बिहारियों के मन मे ये सवाल उठ रहा है कि मनीष कश्यप ने बिहारियों के साथ ऐसा क्यों किया.