नफरती यूट्यूबर त्रिपुरारि तिवारी उर्फ मनीष कश्यप का BJP कनेक्शन




• मनीष कश्यप के नफरती कारोबार का पॉलीटिकल से उठ रहा है पर्दा!
• EOU की पूछताछ पूरी, तीसरे केस में रिमांड पर‌ लेकर फिर होगी पूछताछ!
• तमिलनाडु पुलिस भी रिमांड पर लेने के लिए प्रोडक्शन वारंट लेकर आ रही!

सीमांचल एक्सप्रेस • संवाददाता •  अशोक कुमार 

पटना: नफरती यूट्यूबर त्रिपुरारि तिवारी उर्फ मनीष कश्यप बीजेपी के एक बड़े नेता के संपर्क में था! मनीष ने आर्थिक अपराध इकाई (EOU) के समक्ष यह राज उगला है। मनीष के इस कबूलनामे से तमिलनाडु प्रकरण का पॉलिटिकल ट्रेल (पॉलिटिकल कनेक्शन) धीरे-धीरै सामने आ रहा है।

तमिलनाडु में बिहारी कामगारों की कथित पिटाई और हत्या का फर्जी वीडियो बनाने और वायरल करने के मामले में शनिवार, 18 मार्च को बेतिया से गिरफ्तार मनीष से पटना‌ में आर्थिक अपराध इकाई की टीम ने लंबी पूछताछ की है।

आर्थिक अपराध इकाई थाने में दर्ज दो मामलों (कांड संख्या 3/23 और 4/23) में पूछताछ पूरी होने के बाद मनीष को आज न्यायिक मजिस्ट्रेट के सामने पेश करने के बाद कांड संख्या 5/23 में उसकी रिमांड मांगी गयी है। उम्मीद की जा रही है कि सोमवार या मंगलवार तक EOU को मनीष की रिमांड मिल‌ जायेगी।

मनीष से तमिलनाडु की पुलिस भी पूछताछ कर‌ रही है।‌तमिलनाडु पुलिस की एक टीम उसका प्रोडक्शन वारंट लाने तमिलनाडु लौट गयी है। जबकि दूसरी पटना में है। तमिलनाडु में मनीष के खिलाफ दो मामले दर्ज हैं। इन दोनों में तमिलनाडु पुलिस उसे रिमांड पर अपने साथ ले जायेगी। इधर , EOU ने मनीष के दफ्तर की आज तलाशी ली जिसमें पुख्ता डिजीटल साक्ष्य मिले हैं। उसने बोरिंग रोड के दादीजी लेन में अपना आफिस बना रखा है।

• मनीष का पॉलिटिकल कनेक्शन और नफरत का कारोबार

मनीष कश्यप RSS और बीजेपी से जुड़ा है , यह सबको पता है। गणवेश में संघ की शाखाओं में उसकी मौजूदगी और बीजेपी के बड़े -बडे नेताओं संग उसकी तस्वीरें आर एस एस और बीजेपी से उसके जुड़ाव को जग-जाहिर करते हैं। सीनियर आइपीएस अफसर‌ विकास वैभव से उसके ताल्लुकात की जानकारी भी सार्वजनिक है!

लेकिन तमिलनाडु प्रकरण में मनीष जिनके सीधे संपर्क में था, उनका नाम जाहिर करने से बेहतर है , बस इतना बता देना कि वह नेता जी लगातार कह रहे थे कि अगर तमिलनाडु की घटनाएं फर्जी होंगी , तो वह सार्वजनिक तौर पर माफी मांगेंगे। उनसे माफी की मांग पर तीन दिन पहले वामदल के विधायकों ने विधानसभा की पोर्टिको में प्रदर्शन किया था।

जानकारों की मानें तो‌ मनीष कश्यप जब तमिलनाडु प्रकरण पर फर्जी वीडियो वायरल कर रहा था ,तब वह बीजेपी के इस बड़े नेता के संपर्क में था। उस बड़े नेता का पीएस , मनीष और नेता जी की बात करा रहा था। इस बातचीत के लिए पीएस अपना मोबाइल इस्तेमाल कर रहा था। नेता जी मनीष को‌ धन भी मुहैया कराया था।

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