•मेयरों के सम्मेलन में भाग लेने के लिए क्यों लालायित थे केजरीवाल
नई दिल्ली। दिल्ली विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष रामवीर सिंह बिधूड़ी ने उपराज्यपाल वी.के. सक्सेना के उस फैसले का स्वागत किया है जिसमें उन्होंने मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल के सिंगापुर दौरे के प्रस्ताव को रद्द कर दिया है। बिधूड़ी ने कहा है कि मुख्यमंत्री सिंगापुर के उस सम्मेलन में जाने के लिए लालायित थे जो मेयरों के लिए बुलाया गया था। अब चोरी पकड़े जाने पर आप नेताओं की बौखलाहट समझ से बाहर है।
बिधूड़ी ने कहा कि सिंगापुर में 2-3 अगस्त को वर्ल्ड सिटीज समिट के नाम से विश्व के मेयरों की मीटिंग बुलाई गई है। भारत से सूरत के मेयर को भी बुलाया गया है। दिल्ली के मुख्यमंत्री को जब इस सम्मेलन में हिस्सा लेने के लिए आमंत्रण मिला तो उन्हें उसी समय यह आमंत्रण नगर निगम को भेज देना चाहिए था क्योंकि इसमें दिल्ली के मेयर ही हिस्सा ले सकते थे। अब चूंकि मेयर का काम स्पेशल ऑफिसर श्री अश्विनी कुमार संभाल रहे हैं तो उन्हें निगमायुक्त के साथ इस सम्मेलन में भाग लेने के लिए जाना चाहिए और वहां जाकर बताना चाहिए कि नगर निगम दिल्ली शहर की चुनौतियों पर कैसे काबू पाता है। मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने ऐसा करने की बजाय खुद ही समिट में जाने का फैसला कर लिया जोकि अनुचित भी था और अनैतिक भी। इस आशय का प्रस्ताव उपराज्यपाल के पास भेजा गया जिन्होंने इस पर सही निर्णय लेते हुए इसे रद्द कर दिया है।
बिधूड़ी ने कहा कि उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया अब उपराज्यपाल पर ओछी राजनीति का आरोप लगा रहे हैं जबकि सच्चाई यह है कि उपराज्यपाल ने मुख्यमंत्री की ओछी हरकत का ही पर्दाफाश किया है।