• दिल्ली स्पोटर्स यूनिवर्सिटी का यूनिवर्सिटी ऑफ ईस्ट लंदन के साथ एग्रीमेंट करना केजरीवाल सरकार की नाकामयबी उजागर करता है - केजरीवाल को पूर्व भारतीय खिलाड़ियों और कोचों पर भरोसा नही।- चौ0 अनिल कुमार
• मिशन एक्सीलेंस स्कीम के अंतर्गत दिल्ली सरकार खिलाड़ियों को केवल आर्थिक मदद करने की बजाय उन्हें अंतराष्ट्रीय स्तर पर तैयार करने की पूरी जिम्मेदारी लेनी चाहिए ।- चौ0 अनिल कुमार
नई दिल्ली, 24 जून, 2022 - दिल्ली प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष चौ0 अनिल कुमार ने कहा कि दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविन्द केजरीवाल भविष्य के लिए घोषणाऐं करके दिल्लीवासियों के लिए बनी योजनाओं को पीछे छोड़ दिन प्रतिदिन दिल्लीवासियों को गुमराह करके लगातार झूठ बोल रहे है, खिलाड़ियों के प्रोत्साहन हेतू मिशन एक्सीलेंस स्कीम केजरीवाल की अगली गुमराह करने वाली योजना है। क्या केजरीवाल सरकार के पास भविष्य में खिलाड़ियों को निष्पक्षता के साथ आगे बढ़ने के लिए कोई योजना है? जबकि उन्हांने यह कहकर खिलाड़ियों का अपमान किया है कि 130 करोड़ की जनसंख्या वाले देश में सिर्फ चंद मेडल ही अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर मिल पाते है।
चौ0 अनिल कुमार ने मिशन एक्सीलेंस स्कीम के तहत केजरीवाल द्वारा सिर्फ 60 खिलाड़ियों को आवेदन के बाद आर्थिक मदद के लिए 9.5 करोड़ रुपये के चेक बांटने पर कहा कि केजरीवाल का यह दावा कि किसी भी प्रतिभाशाली खिलाड़ी को तैयारी के लिए भविष्य में अब आर्थिक संकट नही होने देंगे। क्या केजरीवाल सरकार द्वारा खिलाड़ियों को दी गई आर्थिक मदद से एक खिलाड़ी अंतराष्ट्रीय स्तर की तैयारी कर सकता है। उन्होंने कहा कि केजरीवाल सरकार को कमेटी द्वारा चयनित खिलाड़ियों की आर्थिक मदद करने की बजाय उन्हें राष्ट्रीय व अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर तैयार करने की पूरी जिम्मेदारी उठानी चाहिए। चौ0 अनिल कुमार ने कहा कि केजरीवाल सिर्फ सपने दिखाने का काम करते है।
चौ0 अनिल कुमार ने कहा कि केजरीवाल सरकार का दावा कि उन्होंने खेल समर्पित छात्रों के लिए दिल्ली स्पोटर्स यूनिवर्सिटी बनाई है, जिसमें खिलाड़ियों को खेल के साथ-साथ स्नातक स्तर की पढ़ाई भी विशेष खेल के साथ कराई जाएगी। क्या केजरीवाल सरकार ने फीजिकल एजुकेशन से स्नातक छात्रों को पिछले 8 वर्षों में दिल्ली सरकार के स्कूलों में नौकरी देने के लिए कोई विशेष योजना बनाई है। उन्होंने कहा कि दिल्ली सरकार द्वारा दिल्ली स्पोटर्स यूनिवर्सिटी का यूनिवर्सिटी ऑफ ईस्ट लंदन के साथ एग्रीमेंट करना केजरीवाल सरकार की नाकामयबी उजागर होती है कि उन्हें अपनी प्रशासनिक व्यवस्था के साथ-साथ पूर्व भारतीय खिलाड़ियों और कोचों पर भरोसा नही हैं।
चौ0 अनिल कुमार ने कहा कि केजरीवाल ने अपने बयान में खिलाड़ियां की कामयाबी में तीन कमियों गरीबी, सुविधाओं की कमी और राजनीतिक दवाब को गिनाया है। पिछले 8 वर्षों में लाखां गरीब छात्रों अपना रिजल्ट सुधारने के नाम पर स्कूल से निकाल दिया है। उन्हांने कहा कि केजरीवाल ने मुस्कुराते हुए रेड लाईट पर भीख मांगने वाले जिमनास्ट करते बच्चों का उदाहरण देते हुए कहा कि इनमें जितना हुनर है, इन बच्चों को अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर जिमनास्ट के लिए भेजना चाहिए। उन्होंने पूछा कि क्या केजरीवाल सरकार के पास रेड लाईट पर नाचते इन बच्चों के भविष्य के लिए कोई योजना है? क्यों नही दिल्ली सरकार रेड लाईट पर बसे इन लोगों को समाज कल्याण के रैन बसैरों में भेजने की योजना बनाते?
चौ0 अनिल कुमार ने कहा कि दिल्ली के युवाओं को रोजगार देने का वायदा के बाद उन्हें अनुबंध पर नौकरी देकर केजरीवाल सरकार पहले ही गुमराह करने का काम कर रही है और दिल्ली स्पोटर्स यूनिवर्सिटी में पढ़ने वाले छात्रों को भी खेल में स्नातक की डिग्री देने की बात करके उन्हें सपने दिखा रहे है। प्रदेश अध्यक्ष पूछा क्या दिल्ली सरकार के पास भविष्य में इन खिलाड़ी स्नातकों के लिए रोजगार की कोई योजना है? उन्होंने कहा कि दिल्ली स्पोटर्स यूनिवर्सिटी के स्नातकों की डिग्री बिना स्पोटर्स अथारिटी आफ इंडिया की मंजूरी के उनको रोजगार दिलाने में सहायक सिद्ध होगी। उन्हांने कहा कि मिशन एक्सीलेंस स्कीम केजरीवाल की अन्य योजनाओं की तरह साबित होगी जिनकी शुरुआत तो होती है परंतु पूरी कभी नही होती, क्योंकि 8 वर्षों के कार्यकाल में केजरीवाल सरकार की एक भी ऐसी योजना नही है जो इनके समय में शुरु होकर पूरी हुई हो।