साहिबाबाद विधानसभा के गांव भोपुरा में कृषि कानूनों का पुतला दहन किया गया



संजय कुमार, गाजियाबाद

 आज दिनांक 5 जून शनिवार  को विश्व भर में पर्यावरण दिवस के रूप में मनाया जाता है लेकिन इस वर्ष से 5 जून को संपूर्ण क्रांति दिवस के रूप में भी मनाया जाएगा क्योंकि इस दिन पर्यावरण प्रेमी किसानों के लिए केंद्र सरकार ने ऐसे काले कानून बनाए जिससे किसानों के हित का कोई लेना देना नहीं है वह कानून केवल पूंजीपतियों के हित को ध्यान में रखकर बनाए गए हैं ।
आज भारतवर्ष के किसानों की दशा किसी से छिपी नहीं है किसान बहुत मुश्किल से अपनी आजीविका चला रहा है और वह खेती छोड़ कर शहरों के लिए पलायन पर मजबूर हो रहा है।
पिछले 7 महीने से पूरे देश का किसान किसान विरोधी तीनों कानूनों के खिलाफ आंदोलन चला रहा है किंतु वर्तमान केंद्र सरकार किसी भी प्रकार से किसानों का हित नहीं होने दे रही।


 वह चाहती है कि किसान की दशा में कोई सुधार ना होने पाए l इसी के विरोध स्वरूप संयुक्त किसान मोर्चा के आह्वान पर भारतीय किसान यूनियन अंबावता की *राष्ट्रीय अध्यक्ष चौधरी ऋषि पाल  अंबावता जी* के निर्देश पर संगठन के पदाधिकारियों ने हर जिले स्तर पर कृषि कानूनों कानूनों के विरोध में कानूनों का पुतला जलाया और कानूनों की प्रतिलिपि जलाकर विरोध प्रदर्शन किया और जिलाधिकारी उप जिलाधिकारी के द्वारा महामहिम राष्ट्रपति के नाम ज्ञापन प्रेषित किया।





Post a Comment

SEEMANCHAL EXPRESS

Previous Post Next Post